लखनऊ । यूनियन बैंक व अन्य पिछड़ा वर्ग कर्मचारी कल्याण संघ, उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी परिषद की बैठक लखनऊ में आयोजित की गई। कार्यकारिणी बैठक में स्वागत समिति की ओर से उपमहासचिव दिलीप कुमार कनौजिया ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया। अध्यक्ष विनोद प्रसाद शर्मा ने अध्यक्षीय संबोधन के साथ सभी प्रतिनिधियों का स्वागत प्रस्तुत किया। महासचिव डॉ० अमृतांशु ने एक वर्ष की रिपोर्ट पेश की, कोषाध्यक्ष पवन कुमार पटेल ने वार्षिक आय-व्यय और बैलेन्स शीट प्रस्तुत किया जिसका अनुमोदन कार्यकारिणी सभा द्वारा किया गया।
बैठक के मुख्य अतिथि जी० करुणानिधि, चेन्नई तमिलनाडु से आकर भाग लिया जो अखिल भारतीय ओबीसी कर्मचारी महासंघ के महासचिव हैं। करूणानिधि ने सभा को संबोधित करते हुए भारत सरकार के समक्ष लंबित मुददों की ओर ध्यान आकृष्ठ किया। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बैंक प्रबंधन की संगठन के प्रति सहयोगात्मक व्यवहार के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यूनियन बैंक प्रबंधन 1996 से ही, जब से संगठन का निर्माण हुआ है, हमेशा ही सहयोग मिला है, हालांकि कुछ लंबित मुददे हैं जिनके शीघ्र निपटारे की उम्मीद जताई।
सभा ने वार्षिक गतिविधियों की समीक्षा करते हुए आगामी वर्ष 2024-25 के लिए रणनीति पर विचार विमर्श की। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के दोनो अंचलीय कार्यालयों के अधीन 18 क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यरत संगठन की यूनिटें अपनी एक्टीविटी रिपोर्ट पेश की एवं संगठन द्वारा ट्रस्ट के नाम वाराणसी में खरीदे गए शक्ति भवन की जमीन पर कार्यालय भवन के निर्माण संबंधी रणनीति पर चर्चा की गई एवं निर्माण के समय आवश्यक धनराशि एकत्र करने हेतु यथासंभव सहयोग के लिए पदाधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया। बैठक में कुल चार एजेन्डे पेश किए गए जिन्हें सर्वसम्मति से पारित करते हुए उत्तर प्रदेश के सोसायटी एक्त 1860 के अन्तर्गत संगठन के बायलॉज में संशोधन के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें प्रमुख एजेन्डा संगठन के पंजीकृत बायलॉज में पदाधिकारियों के पदों की संख्या में वृद्धि करने एवं क्षेत्रीय सचिवों को बायलॉज में स्थान देने संबंधी है।
कार्यक्रम का कुशल संचालन अभिषेक चौधरी ने किया। स्वागत समिति के पदाधिकारी दिलीप कुमार कनौजिया, अभिषेक चौधरी, प्रवीण कुमार सिंह, आलोक वर्मा, शरद वर्मा, अखिल वर्मा, प्रभप्रीत कौर, तेज शंकर पटेल, जे०पी० यादव, संजय कटियार ने संगठन की सफलतापूर्वक सभी तैयारियां की और सफल बनाया। इनके अतिरिक्त संगठन के संस्थापक सदस्य श्री धर्मेन्द्र देव प्रसाद, श्री अशोक कुमार उपस्थित थे।