लखनऊ, । रामनवमी के अवसर पर प्रेम मेहरोत्रा लिखित पुस्तक ‘राम कथासार’ का विमोचन उ.प्र. हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक डा. अमिता दुबे, बेबियन इन के चेयरमैन कमलकांत मेहरोत्रा ने किया दयानंद, डा गिरीश केजी एम सी आरथोपेडिक विभाग के पूर्व अध्यक्ष, लेखिका मनोरमा, गायक किशोर चतुर्वेदी, आध्वन मणि त्रिपाठी ने पुस्तक विमोचन मे सहयोग किया।
होटल बेबियन इन में आयोजित विमोचन समारोह में पुस्तक पर चर्चा करते हुए अमिता दुबे ने कहा श्रीराम की कृपा और मां सीता के आशीर्वाद से प्रेम मेहरोत्रा ने पुस्तक को रचा। भारतीय संस्कृति को जानने के लिए राम के चरित्र और जीवन का चिंतन मनन करने से अच्छी तरह समझ सकते है। केजीएमसी के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. गिरीश ने लंका दहन प्रसंग के उल्लेख के साथ कहा कि दायित्व मिलने पर अस्वीकार न करके करने से ईश्वर सदा साथ रहता है। जैसे राम ने माता पिता के आदेश को सर्वोच्च माना और श्रीराम बने। अध्यक्षीय वक्तव्य में दयानंद लालजी कहा कि राम के आदर्श जीवन के मूल्य हैं, जो व्यक्तित्व को नवीन आयाम देते हैं। इस अवसर पर शशांक सागर ने राम भजन प्रस्तुत किए। संचालन राधेश्याम ने किया अंत में आभार लेखक ने व्यक्त किया