प्रतापगढ़। न्याय की आस में दिव्यांग लगा रहा है तीन साल के कचहरी और थाने का चक्कर।
महेशगंज थाना क्षेत्र के झींगुर (छत्ता का पुरवा) गाँव के रहने वाले संदीप कुमार द्विवेदी पुत्र शिवधर द्विवेदी ने उपजिलाधिकारी न्यायालय कुंडा में बंटवारे के लिए दायर कर रखा है दो वर्षों से मुकदमा।
मुकदमें में प्रारंभिक डिक्री हो जाने के बाद लेखपाल द्वारा रंगभेदी नक्शा न्यायालय में दाखिल करने का दिया गया है उपजिलाधिकारी कुंडा द्वारा आदेश।
न्यायालय द्वारा 18 दिसम्बर 2024 को दिए आदेश में 15 दिवस के भीतर लेखपाल द्वारा आख्या प्रस्तुत करने का दिया गया है आदेश लेकिन करीब ढाई माह का समय बीत जाने के बाद भी रिश्वत की लालच में नही भेज जा रही है आख्या।
पीड़ित दिव्यांग संदीप कुमार का कहना कि आख्या दाखिल करने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल विष्णु प्रसाद द्वारा मांगी जा रही है बीस हजार की रिश्वत।
शनिवार को आयोजित कुंडा तहसील में आयोजित समाधान दिवस में पीड़ित ने कैमरे के सामने रोकर सुनाई अपनी व्यथा और की रिश्वतखोर लेखपाल के खिलाफ शिकायत।
दिव्यांग की आंखों से बहते हुए आंसू से भी नही पसीज रहा है बेहरम राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का दिल।
जिले के सबसे बड़े अधिकारी जिलाधिकारी और सूबे के मुखिया सीएम के विभाग का कुंडा में है ये सूरते हाल।
कुंडा उपजिलाधिकारी भरत राम यादव ही नही करा पा रहे हैं अपने न्यायालय के आदेश का अनुपालन और न ही कर रहें हैं दोषी लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही।
सुलगते सवाल-क्या करेंगे डीएम प्रतापगढ़ रिश्वतखोर लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही?
क्या कुंडा कचहरी में बहे दिव्यांग के आंसूओं से पसिझेगा इलाके के जनप्रतिनिधियों और स्वयं डीएम साहब का दिल?
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