गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 427वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना
‘‘ऋषि साहित्य मानवीय जीवन के गरिमा का बोध करता है।” ……….उमानंद शर्मा
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘आर.पी.एस. कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी, बबुरी गांव, बाराबंकी’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 427वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्त्री श्रीमती मधु अवस्थी एवं सच्चिदानन्द अवस्थी ने अपने पूज्य दादा ससुर एवं दादी सास स्व० राधाकृष्ण अवस्थी एवं स्व० सोमवती अवस्थी की स्मृति में भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं, संकाय सदस्यों, विभागाध्यक्षों एवं फार्मेसी के अधिकारीगणों को (हिन्दी) अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि “ऋषि साहित्य मानवीय जीवन के गरिमा का बोध कराता है।” श्रीमती उषा सिंह ने भी अपने विचार रखे, संस्थान के सहायक निदेशक श्री दीपक कुमार गौड़ ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, श्रीमती उषा सिंह, मधु अवस्थी, श्रीमती शकुन्तला त्रिपाठी, संसथान के चेयरमैन श्री आर० पी० सिंह, चेयरमैन मैम श्रीमती रीना सिंह, प्रबन्ध निदेशक श्री शिवांश प्रताप सिंह, सहायक निदेशक श्री दीपक कुमार गौड़ संकाय सदस्य, चिकित्सकगण एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थे।