सुनील पाठक
गोरखपुर, ब्राह्मण एक ऐसा शब्द जो हर राजनीतिक दलों में सिर्फ और सिर्फ धोखा खाता है लेकिन कोई राजनीतिक दल अपना नहीं मानता सिर्फ वोट लिया और किनारे किया यह भारत के हर राजनीतिक दलों में होता है लेकिन फिर भी ब्राह्मण एकता के नाम पर जीरो बटा जीरो। ऐसा कब तक चलेगा ।बहुत सारे ब्राह्मण संगठन हैं लेकिन समाज के हर वर्ग को नई दिशा और दशा देने वाला ब्राह्मण समाज इकट्ठा कब होगा कुछ कह नहीं सकते ।अब उत्तर प्रदेश की राजधानी “लखनऊ में 22 दिसंबर को पीएस अकैडमी तेलीबाग पीजीआई रोड लखनऊ” में विशाल ऐतिहासिक ब्राह्मण महाकुंभ होने जा रहा है। इसके प्रदेश के दो राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र नाथ त्रिपाठी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने करने का निर्णय लिया है ।अब यह नहीं कर सकते यह ब्राह्मण सम्मेलन किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा कराया जा रहा है या सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मण सम्मेलन है। यह तो समय आने पर पता चलेगा। विश्व सूत्रों के अनुसार राजेंद्र नाथ त्रिपाठी पूर्वांचल के गोरखपुर ब्राह्मण नेता के रूप में जाने जाते हैं वही मांगेराम त्यागी पूर्वांचल क्षेत्र से जाने जाते हैं अब देखना यह है कि इस ब्राह्मण सम्मेलन के बाद उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज पर कितना असर पड़ता है। दोनों राष्ट्रीय अध्यक्षों ने अपनी ताकत दिखानी शुरू कर दी है उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी को मिलाकर ब्राह्मणों में कितनी एकता दिखाई देगी यह समय बताएगा दोनों राष्ट्रीय अध्यक्षों ने मीडिया के माध्यम से अनुरोध किया है कि ब्राह्मण एकता को मजबूत करने के लिए प्रदेश के ब्राह्मण लखनऊ के महाकुंभ में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाएं और अपने एकता का परिचय दें।