शिव भूमिया मंदिर पर लगी मॉ की चौकी में हुई मॉं ब्रहमचारिणी की पूजा-अर्चना
बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।
बागपत नगर के शिव भूमिया मंदिर पर लगी माता की चौकी में दूसरे दिन मॉं ब्रहमचारिणी की पूजा-अर्चना की गयी। पंड़ित मनीष भारद्वाज और पंड़ित शोभित भारद्वाज ने पूजा को सम्पन्न कराया। पंड़ित मनीष भारद्वाज ने बताया कि नवरात्र के दूसरे दिन मॉं ब्रहमचारिणी की पूजा की जाती है। मॉं के दाहिने हाथ में जप की माला और बाएॅं हाथ में कमण्डल रहता है। ब्रहम का अर्थ है तपस्या और चारिणी का अर्थ होता है आचरण करने वाली। नित्य और नियम से मॉं ब्रहमचारिणी की पूजा करने से कुंडलिनी जागृत होती है और साधक अपने सामने आने वाली किसी भी प्रकार की बाधा का सामना आसानी से कर सकता है। कहा कि मॉं दुर्गा का ब्रहमचारिणी रूप भक्तों को शुभ फल प्रदान करता है। मॉं ब्रहमचारिणी की उपासना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है। कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट नगेश कुमार व राजू चौहान ने बताया कि मॉं ब्रहमचारिणी के मंत्र – या देवी सर्वभूतेषु मॉं ब्रहमचारिणी संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम मंत्र का नियमित जाप करने से साधक पर मॉं की विशेष कृपा होती है। इस अवसर पर महामंत्री बिटटू हलवाई, कोषाध्यक्ष बोबी, राजू चौहान, कुलदीप भारद्वाज, ब्रजमोहन भारद्वाज, अमित, सुमित, सुन्दरी, वेदप्रकाश, शौराज मणि, बबली, सरिता देवी, देवेश, राकेश, शिवम, शिखर सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।