बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।
जनपद बागपत के मीतली गांव में भगवान विश्वकर्मा जी की जयंती को बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम पंड़ित विपिन शर्मा द्वारा विश्वकर्मा मंदिर मीतली में विधि-विधान के साथ हवन कराया गया, जिसमें गांव के सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। इसके उपरान्त मंदिर परिसर में एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके उपरान्त भगवान विश्वकर्मा जी की विशाल शोभायात्रा निकाली गयी जो मंदिर परिसर से प्रारम्भ होकर गांव के विभिन्न मार्गो से होती हुई मंदिर परिसर में समाप्त हुई। भगवान विश्वकर्मा के प्रशंसकों में शुमार अशोक पांचाल ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा दुनिया के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर थे। बताया कि जिस समय ब्रहमा जी ने सृष्टि को बनाया उस समय इस सृष्टि को सजाने-संवारने का कार्य विश्वकर्मा जी को दिया था, इसी कारण विश्वकर्मा जी को सृजन का देवता माना जाता है। इस अवसर पर उपस्थित बीरसिंह ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा ने ही रावण की लंका, भगवान श्री कृष्ण की द्वारिका, पांड़वो के लिए इंद्रप्रस्थ जैसे अनेकों विश्व प्रसिद्ध नगरों का निर्माण किया। विकास ने बताया कि हर वर्ष 17 सितम्बर को मीतली के विश्वकर्मा मंदिर में भगवान विश्वकर्मा जी की जयंती को समस्त ग्रामवासी पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते है। इस अवसर पर ओमपाल पांचाल, समय सिंह पांचाल, रामकरण, रामकिशोर, राजू, कुशलपाल, नेशनल अवार्डी व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन बागपत, सुशील, मूलचन्द, अरविन्द, सेवल, अशोक, रामकुमार, दीपक, जगत सिंह, सचिन, अमित, विकास सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।