विकास के नाम पर सबसे भ्रष्ट गाँव कचनार गाँव है
वाराणसी:- विकास खंड आराजीलांइन कचनार गांव मे स्थानीय कस्बे के निवासियों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकना क्षेत्र की बड़ी समस्या बन गई है। फ़्लाई ओवर के नीचे से लेकर कस्बा क्षेत्र में कचरा फेंकने के लिए कोई जगह न होने से लोग घर का कचरा सड़कों पर ही फेंक दे रहे हैं। फ़्लाई ओवर के नीचे कुड़ा का भरमार लगा हुया है दुर से आए लोगो एंव राहगीरो को कुड़ा मे से होकर गुजरना पड़ता है कुड़ा सड़क किनारे पसरा ये कचरा बरसाती पानी में भीग जाने से सड़कर उसमें से दुर्गंध निकलनी शुरू हो गई है गांव के लोग अपने घरों के कचरे, कागज, प्लास्टिक, सब्जी मंडी के लोग बची हुई सब्जियां आदि को पंचकोशी मार्ग के बायें तरफ़ खाली जमीन में फेंक देते हैं लोग कचरे को सड़क पर ही फेंक दे रहे हैं। और सफ़ाई कर्मी गाँव के सभी घरों पर जाकर बोले की कल से कूड़ा गाड़ियां मे डालिएगा नगी तो 10000 का जुर्माना लगेगा लेकिन फिर कहने के बाद उसी दिन से सब गायब हो गए अब बताइए किस पर जुर्माना लगाना चाहिए आम जनता पर कि अधिकारियों पर शासन द्वारा साफ सफाई के लिए जगह-जगह डस्टबिन लगवाने के आदेश के बावजूद कस्बे में डस्टबिन नहीं लग सका। विकास के नाम पर सबसे भ्रष्ट गांव कचनार गांव है इस गांव मे उच्च अधिकारियों से लेकर निम्न अधिकारियों न निरीक्षण करते हैं न जन चौपाल लगाते हैं जिससे गाँव के लोगों की समस्या का समाधान हो सके इसके अलावा कच मे कचरा उठाने वाली गाड़ी भी नहीं चलती है। न कोई विकास होता है सिर्फ़ अधिकारी अपने नौकरी के पैसे का इंतजार करते है इस बाबत कचनार गावं के सेक्रेटरी से एक महीने पहले इसकी शिकायत क्षेत्र पचांयत सदस्य प्रतिनिधि आशीष मोदनवाल पत्रकार ने दिया तो बोला गया की दो तीन दिन में हो जाएगा लेकिन कूडा जस का तस पडा है बताया कि सभी ग्राम पंचायतों में कूडा उठाने के लिए ई-रिक्शा खरीदने व जगह-जगह डस्टबिन लगाने का आदेश शासन से आया है। अब देखते है कि जनता के परेशानियो को अघिकारी कब तक दुर करते है