बरेली। ग्राम गोटिया हरदुआ किफायतुल्ला में दबंग भू-माफिया द्वारा एक बुजुर्ग व्यक्ति के पुस्तैनी मकान के पुनर्निर्माण को जबरन रुकवाए जाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में “पैनी नजर” नामक सामाजिक संस्था ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक लिखित ज्ञापन सौंपते हुए नवाबगंज थाने की कार्यप्रणाली पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं।
संस्था की अध्यक्ष एडवोकेट सुनीता गंगवार ने बताया कि पीड़ित राजकुमार अपने 60 वर्ष पुराने मकान की जर्जर दीवार का पुनर्निर्माण करवा रहे थे, जिसे पड़ोसी दबंग अरविंद कुमार ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस बुलाकर चार बार रुकवा दिया। हैरानी की बात यह रही कि किसी प्रकार का कोई लिखित प्रार्थना पत्र या कानूनी आदेश नहीं था, फिर भी पुलिस ने निर्माण कार्य बंद करा दिया।
जब यह मामला थाना नवाबगंज पहुंचा, तो थाना अध्यक्ष राहुल सिंह ने न तो दबंग अरविंद को थाने बुलाया और न ही उसकी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई की। उल्टा, कई बार पीड़ित राजकुमार को चार-चार घंटे थाने में बैठाए रखा गया। पैनी नजर संस्था अध्यक्ष सुनीता गंगवार ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी की कार्यशैली लगातार दबंगों के पक्ष में रही है, और इसी के चलते नवाबगंज क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में कई गंभीर आपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं।
एडवोकेट सुनीता गंगवार ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी राहुल सिंह द्वारा दबाव और धन के लेन-देन के आधार पर कई फर्जी एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संस्था द्वारा कई बार इन फर्जी मुकदमों के प्रमाण भी प्रस्तुत किए गए, पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जब इस मामले की शिकायत उपजिला अधिकारी से की गई तो उन्होंने इसे पुलिस का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया। सुनीता गंगवार का कहना है कि दबंग व्यक्ति को कुछ राजनीतिक जनप्रतिनिधियों का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण पुलिस प्रशासन निष्पक्षता से कार्य नहीं कर पा रहा है।
ग्राम के लोग भी दबंग के डर के कारण खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन आपसी बातचीत में उसकी दबंगई और अवैध कब्जों की चर्चा करते हैं। आरोप है कि अरविंद कुमार ने ग्राम में कई बीघा सरकारी व निजी भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है, परंतु प्रशासन मौन है।
सामाजिक संस्था ने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।