ब्यूरो : नागेश गुप्ता
बरेली।नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को नालों की सफाई के लिए जबरन नालों में उतारा जा रहा है.नाले में उतरने पर एक सफाई कर्मचारी गश खाकर नाले में ही गिर गया,और बुरी तरह घायल हो गया.कुछ रोज़ पहले एक सफाई कर्मचारी की मौत भी हो गई है.सफाई मज़दूर संघ ने इस मामले को उठाया है,और अपर नगर आयुक्त को इस गैर कानूनी और गैर मानवीय काम का ज़िमेदार ठहराया है.
उत्तर प्रदेशीय सफाई मज़दूर संघ ने नगर आयुक्त को दिए ज्ञापन में कहा है कि शासन ने सफाई कर्मचारियों को सफाई के लिए नालों में उतारने पर प्रतिबंध लगा रखा है,लेकिन बरेली में अपर नगर आयुक्त हठधर्मी और शासन के निर्देशों की परवाह न करते हुए सफाई कर्मचारियों को नाले की सफाई के लिए ज़बरदस्ती नाले में उतरने को मजबूर कर रहे हैं.31 मई को ब्रजेश नाम के कर्मचारी को जबरदस्ती नाले में उतारा गया,और वह गश खाकर नाले में गिर गया.बेहोश हो गए बृजेश को दूसरे कर्मचारियों ने किसी तरह बचाया,और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
एक कर्मचारी की हो चुकी है मौत
संघ ने अपने ज्ञापन में नाले में उतारे जाने से एक कर्मचारी की मौत हो जाने का भी ज़िक्र किया है.संघ ने कहा है कि एक कर्मचारी श्रवण की इस गलत काम में मौत हो चुकी है,और निगम के दबाव में इस कर्मचारी के परिजनों ने कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन अपर नगर आयुक्त इसके बावजूद अपनी हठधर्मिता से बाज़ नहीं आ रहे.
संघ ने इस मामले में एक सफाई निरीक्षक को भी घेरे में लिया है.संघ ने अपर नगर आयुक्त और सफाई निरीक्षक संजीव सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने और इनके खिलाफ शासन को लिखे जाने की मांग की है।