ब्यूरो : नागेश गुप्ता
बरेली । उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां गाय सुरक्षा को लेकर संजीदा है, वहीं पुलिस के अधिकारी और प्रशासनिक अफसर उतने ही लापरवाह दिखाई दे रहे हैं। एक गाय के ट्रेन से टकरा जाने पर उसकी मौत हो गई और गाय का पार्थिक शरीर रेलवे ट्रैक पर घंटों पड़ा रहा। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को कई बार फोन करने पर भी कोई सुध नहीं ली गई। यहां तक कि बरेली महापौर ने भी यह कहकर टाल दिया कि गाय को सुबह दफनाया जाएगा। चूंकि मृतक गाय रात में कुत्ते नोच कर खा जाते ये सोचकर करणी सेना के जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह ने रात में ही गाय को दफनाया और गौभक्त होने की मिसाल पेश की।
बुधवार को शाम को लगभग 6:00 बजे बरेली लालकुआं रेलवे ट्रैक पर एयरफोर्स गेट के निकट एक गाय ट्रेन की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना थाना इज्जतनगर पुलिस को दी गई। सूचना पर थाना पुलिस की चीता मोबाइल तो मौके पर पहुंच गई, मगर गाय मृत गाय को दफनाने की किसी ने जहमत नहीं की। सूचना पाकर करणीसेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने डीएम बरेली को फोन किया और एसएसपी को तथा महापौर उमेश गौतम को भी फोन किया।ठाकुर राहुल सिंह ने जिलाधिकारी को फोन किया तो उनका फोन नहीं उठा।एसएसपी बरेली को फोन किया तो उनके पीआरओ ने फोन उठाया और सुझाव दिया कि वो जिलाधिकारी को सूचित करें।
इसके बाद बरेली मेयर उमेश गौतम को फोन किया मगर उन्होंने ये कहकर टाल दिया कि गाय को सुबह दफनाया जाएगा। वही घंटों चली इस जद्दोजहद के बाद ठाकुर राहुल सिंह ने अपने जरिए नगर निगम से जेसीबी को मंगवाकर गाय को दफनाया।
ठाकुर राहुल सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया शाम के वक्त गाय का ट्रेन से एक्सीडेंट हुआ था जिसमें गाय की मौत हो गई थी।रात में गाय को कुत्ते नोचकर खा जाते जिसके चलते उन्होंने बरेली जिला अधिकारी , एसएसपी और महापौर तथा नगर आयुक्त को फोन किया था ,मगर किसी ने कोई सुध नहीं ली। इसके बाद उन्होंने खुद काफी जद्दोजहद के बाद नगर निगम से जेसीबी मंगवा कर गाय को दफनाया और गौभक्त होने की मिसाल पेश की।