तम्बाकू घातक महामारी- गिरजेश
उन्नाव। तम्बाकू एक घातक महामारी है, तम्बाकू जानलेवा है, इसे रोका जा सकता है। विश्व में तंबाकू सेवन बीमारी तथा मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है जिसे दृढ़ इच्छाशक्ति व मजबूत संकल्प से रोका जा सकता है। उक्त विचार विकास भारती संस्था के अध्यक्ष गिरजेश पांडे ने आज सब्जी मंडी स्थित आई० ओ० सी० एस० कंप्यूटर सेंटर में एक संगोष्ठी में कही।
उन्होंने कहा कि तंबाकू सेवन करने वालों की एक तिहाई से आधी संख्या अकाल मृत्यु का शिकार हो जाती है। जिसके बचा हुआ नियंत्रण हेतु कोटवा एक्ट 2003 बनाया गया है, जिसे सख्ती से लागू किए जाने की आवश्यकता है।
सतत विकास लक्ष्य तालिका-3 में सदा स्वस्थ जीवन की रणनीति (अ) में तंबाकू नियंत्रण हेतु विश्व स्वास्थ संगठन कार्यक्रमों को मजबूत प्रदान करना कहा गया है। संगोष्ठी में लगभग 50 प्रशिक्षणार्थियों ने घोषणा की कि हम तंबाकू मुक्त भारत चाहते हैं। हम स्वयं तंबाकू के सेवन कभी नहीं करेंगे। हम तीन तंबाकू शरणार्थियों की तंबाकू की लत को छुड़वाएंगे।
सेंटर के निदेशक शिवेंद्र अवस्थी ने इस वर्ष कि विश्व स्वास्थ संगठन की थीम “हमें भोजन की जरूरत तंबाकू कि नहीं” पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इससे पूर्व रेलवे स्टेशन पर उक्त घोषणा के क्रम में आने जाने वाले यात्रियों से हस्ताक्षर करवा कर तंबाकू मुक्त भारत हेतु एक सकरी प्रयास किया गया। उक्त कार्यक्रम में विशेष रूप से इंद्रसेन, विशेष अवस्थी, अर्चिता संदीप गुप्ता ने हस्ताक्षर अभियान में अपना योगदान दिया।