1-19 साल के बच्चों को कृमि मुक्त कराएं, 10 फ़रवरी को खिलाई जाने वाली दवा का सेवन अवश्य करायें

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  • 10 फ़रवरी को मनाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस, बच्चों और किशोर-किशोरियों को आयु अनुसार कराया जाएगा दवा का सेवन |
  • छूटे बच्चों के लिए 13 से 15 फरवरी तक चलेगा मॉपअप राउंड |

गोंडा, 02 फ़रवरी – 2023 ||

बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को कृमि संक्रमण से बचाव व पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाने के लिए हर साल की तरह इस बार भी 10 फरवरी को ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ मनाया जाएगा | इस मौके पर समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों, शासकीय / अशासकीय विद्यालयों, मदरसों, महाविद्यालयों एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों में 01 से 19 साल के बच्चों तथा किशोर-किशोरियों को आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षकों द्वारा आयु अनुसार कृमिनाशक दवा (एल्बेंडाजॉल की गोली) का सेवन कराया जाएगा | किसी कारणवश इस दिन दवा के सेवन से वंचित रह जाने वालों के लिए 13 से 15 फरवरी तक मॉपअप राउंड चलाकर घर-घर दवा खिलाई जाएगी |

अभियान को सफल बनाने के लिए बीते सप्ताह जनपद स्तर पर प्रशिक्षण दिए जाने के बाद अब ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही है | इसी क्रम में बुधवार को बीआरसी तरबगंज में ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गयी | इसमें ब्लॉक के समस्त विद्यालयों के साथ-साथ अभिभावकों से अपील करते हुए कहा गया कि यह सुनिश्चित करें कि एक से 19 साल के सभी बच्चे और किशोर किशोरी दवा का सेवन अवश्य करें | कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए तरबगंज ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार ने कहा कि कृमि मुक्ति दवा का सेवन कराने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है तथा स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में भी सुधार होता है | बच्चों में खून की कमी (एनीमिया) को भी नियंत्रित किया जा सकता है |

प्रशिक्षक डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि दवा खिलाते समय यह ध्यान रखना है कि दवा को चबाकर, पीसकर या चूरा बनाकर खिलाई जानी है | वहीं प्रशिक्षक एवं अर्श काउंसलर प्रीतेश कुमार त्रिवेदी ने कहा कि एक से पांच साल के सभी पंजीकृत बच्चों को, छह से 19 साल तक के स्कूल नहीं जाने वाले सभी बालक-बालिकाओं एवं ईंट-भट्ठों पर कार्य करने वाले श्रमिक व घुमंतू लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्र पर दवा खिलाई जाएगी, जबकि छह से 19 साल तक के सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी |

सीएचसी अधीक्षक डॉ धीरज तिवारी ने बताया कि ब्लॉक के एक से 19 साल के कुल 83 हजार 284 बच्चों को दवा खिलाई जानी है | इसमें शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, महिला एवं बाल विकास और पंचायती राज विभाग आदि की मदद ली जाएगी। शासन की ओर से ब्लॉक को कुल 91 हजार 612 एल्बेंडाजॉल गोलियां आवंटित की गई हैं। सभी गोलियां आरबीएसके टीम की मदद से स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पहुंचाई जा रही हैं।

इस मौके पर सीएमओ डॉ रश्मि वर्मा ने बताया कि जिले के कुल 16 लाख 75 हजार 652 बच्चों व किशोर-किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा खिलाने का लक्ष्य है | शिक्षकों एवं आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह दवा अपने सामने ही खिलानी है | दवा कुछ खाकर ही खानी है | तीन साल से कम उम्र के बच्चों को यह दवा पीसकर पिलानी है जबकि तीन साल से ऊपर के बच्चों को दवा चबाकर खानी है |

प्रशिक्षण कार्यशाला में अध्यापक मनोज कुमार मिश्र, नीरज, प्रीती विश्वकर्मा, जय कुमार, प्राची कौशल व संजय कुमार सिंह समेत ब्लॉक के विभिन्न अध्यापकों एवं अन्य विभाग के लोगों ने हिस्सा लिया ।

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