विद्यादान महादान-रामानन्द सैनी इस सूक्ति को सर्वश्रेष्ठ बताते तथा सिद्ध करते हुए एसएसडी पब्लिक स्कूल अली नगर

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विद्यादान महादान-रामानन्द सैनी
इस सूक्ति को

विद्यादान महादान-रामानन्द सैनी
इस सूक्ति को सर्वश्रेष्ठ बताते तथा सिद्ध करते हुए एसएसडी पब्लिक स्कूल अली नगर सुनहरा, कृष्णा नगर, लखनऊ के प्रबंधक रामानंद सैनी ने आज अपने विद्यालय के नर्सरी और केजी के बच्चों को निशुल्क पुस्तक वितरित की l इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा फर्ज बनता है कि हम अपने बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ-साथ हिंदी भाषा का सही-सही ज्ञान प्रदान कराएं l जब से अंग्रेजी माध्यम से स्कूल ने शिक्षा को अपना माध्यम बनाया है तब से बच्चों को शुद्ध हिंदी लिखना, पढ़ना, बोलना और समझना नहीं आ रहा है l वह घर, परिवार और समाज में हिंदी बोलते हैं, सुनते हैं लेकिन विद्यालय में जाते ही उन पर बैन लगा दिया जाता है कि आप इंग्लिश मीडियम पढ़ रहे हो इस विद्यालय में इसलिए हिंदी बोलना मना है l हिंदी बोलने पर आपको आर्थिक दंड देना पड़ेगा l इस तरह से हमारे बच्चों को और हमारे देश के भविष्य को मातृभाषा हिंदी से वंचित किया जा रहा है l अँग्रेजी भाषा के एकतरफ़ा दबाव से बच्चों में भारतीय सभ्यता और संस्कृति का विकास नहीं हो पा रहा है l इसलिए सभी लोगों को हिंदी का वास्तविक ज्ञान आना बहुत जरूरी है l इस अवसर पर अध्यापिका मीना रावत और साधना शुक्ला ने बच्चों को हिंदी में कविताएं सुनाई और उन्हें याद कराया तथा पुस्तक वितरण में सहयोग किया l ज्ञातव्य हो कि इन पुस्तकों को युवा समाज सेवी श्री अभिषेक कुमार यादव ने विद्यालय को उपलब्ध कराईं थीं l

कृष्णा नगर, लखनऊ के प्रबंधक रामानंद सैनी ने आज अपने विद्यालय के नर्सरी और केजी के बच्चों को निशुल्क पुस्तक वितरित की l इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा फर्ज बनता है कि हम अपने बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ-साथ हिंदी भाषा का सही-सही ज्ञान प्रदान कराएं l जब से अंग्रेजी माध्यम से स्कूल ने शिक्षा को अपना माध्यम बनाया है तब से बच्चों को शुद्ध हिंदी लिखना, पढ़ना, बोलना और समझना नहीं आ रहा है l वह घर, परिवार और समाज में हिंदी बोलते हैं, सुनते हैं लेकिन विद्यालय में जाते ही उन पर बैन लगा दिया जाता है कि आप इंग्लिश मीडियम पढ़ रहे हो इस विद्यालय में इसलिए हिंदी बोलना मना है l हिंदी बोलने पर आपको आर्थिक दंड देना पड़ेगा l इस तरह से हमारे बच्चों को और हमारे देश के भविष्य को मातृभाषा हिंदी से वंचित किया जा रहा है l अँग्रेजी भाषा के एकतरफ़ा दबाव से बच्चों में भारतीय सभ्यता और संस्कृति का विकास नहीं हो पा रहा है l इसलिए सभी लोगों को हिंदी का वास्तविक ज्ञान आना बहुत जरूरी है l इस अवसर पर अध्यापिका मीना रावत और साधना शुक्ला ने बच्चों को हिंदी में कविताएं सुनाई और उन्हें याद कराया तथा पुस्तक वितरण में सहयोग किया l ज्ञातव्य हो कि इन पुस्तकों को युवा समाज सेवी श्री अभिषेक कुमार यादव ने विद्यालय को उपलब्ध कराईं थीं l

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