बेसहारों का सहारा बने – रामानंद सैनी
त्रिवेणी वस्त्र बैंक, अलीनगर सुनहरा, लखनऊ में प्रतिदिन होता है गरीबों को वस्त्र वितरण । मानव सेवा के लिए समर्पित मानव धर्म मंदिर के संस्थापक रामानंद सैनी ने जाड़े में ठिठुरते हुए लोगों के लिए एक त्रिवेणी वस्त्र बैंक की स्थापना एसएस डी पब्लिक स्कूल के निकट आज से 7 साल पहले स्थापित की थी। दो वर्षों तक नवंबर ,दिसंबर ,जनवरी और फरवरी केवल 4 महीने ही वस्त्र वितरित किए जाते थे। लेकिन लोगों की मांग को देखते हुए और दानदाताओं द्वारा गर्मियों में भी वस्तुओं तथा वस्त्रों को दान देने के कारण यह बैंक 12 महीने 24 घंटे और सातों दिन खोलने का निर्णय रामानंद जी द्वारा लिया गया। जो पिछले 5 वर्षों से लगातार गरीबों को नए और पुराने वस्त्र वितरित करने का कार्य कर रहे हैं। इस वस्त्र बैंक में लखनऊ के संपन्न लोगों द्वारा और कपड़ा बेचने वाले दुकानदारों के द्वारा नए और पुराने कपड़े रामानंद जी अपनी टीम के साथ संकलित करते हैं। और फिर उन्हें झुग्गी झोपड़ियों में, सड़क के किनारे रह रहे जरूरतमंद लोगों के पास रात को वितरित करने का कार्य उनके द्वारा किया जाता हैं। इसके अलावा इस बैंक में कोई भी व्यक्ति किसी भी समय आ कर के अपनी जरूरत के हिसाब से कपड़े प्राप्त कर सकता है। जिसके लिए य़ह परिवार सदैव समर्पित रहता है। उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने वाले संस्था के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता, सचिव सागर सिंह, लाल सिंह पाल, सुनील पाल, डॉक्टर अरुण कुमार भरारी,योग गुरू केडी मिश्रा ,मधु अवस्थी, शिखा वर्मा समेत अनेक ऐसे लोग समर्पित रूप से जुड़े हुए हैं जो 24 घंटे त्रिवेणी वस्त्र बैंक की सेवा करते रहते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए यह कहा कि जिन लोगों के पास अतिरिक्त कपड़े हो वह हमारी बैंक में कभी भी किसी भी समय दान कर सकते है। इसके अलावा घर में वह सामान जो उनके उपयोग में नहीं आता है वह कबाड़ी को न दे करके हमारी बैंक में दें। जिससे कि जरूरतमंद व्यक्ति उससे लाभ प्राप्त कर सकें। क्योंकि दान से बड़ा कोई धर्म नहीं होता । इसलिए इस मुहिम में जुड़ने का प्रयास सभी लोग अवश्य करें :