घुईसरनाथलधाम मानिकपुर शाहाबाद घाट पर लगी लाखों की और बाबा हवदेश्वर नाथ धामेलाखो की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जिसमें अंधभक्त श्रद्धालुओं ने शंकर भगवान की पूजा अर्चना करी उसके बाद पश्चाताप भी किया
मामला मानिकपुर थाना क्षेत्र का है जहां पर गंगा मैया का स्नान करने आए श्रद्धालु की बाइक चोरी हो गई और पुलिस मुंह निहारते रह गई बाइक चालक गंगा मैया से भरोसा हटाकर यह कहता रहा कि अगर हम कहें तालाब या गड़ही में स्नान करने जाते तो हमारी बाइक ना चोरी होती लेकिन गंगा मैया ने हमारे लोगों के साथ विश्वासघात किया और हमारी बाइक तक चोरी करवा दी और पुलिस हमारी बाइक तक ना ताक सकी ऐसी गंगा मैया और ऐसी पुलिस के ऊपर से हमारा भरोसा उठ चुका है अब हम लोग कभी भी जीवन में गंगा मैया का स्नान करने नहीं आएंगे इससे बेहतर तालाब या नाले में स्नान कर लेंगे लेकिन गंगा के तट पर कभी नहीं आएंगे मानिकपुर पुलिस अपने नाक के तले चोरों को ढूंढने में नाकामयाब रही जिससे अंध भक्तों को बड़ा बुरा लगा और उनकी लगभग ₹10000 की बाइक भी चोरी हो गई
कोरोनावायरस के टाइम में बिना मास्क के ही लाखों श्रद्धालु घुईसर नाथ धाम मानिकपुर धाम और बाबा भदेश्वर नाथ धाम दर्शन एवं तीर्थ यात्रा करने गए लेकिन किसी ना कोरोनावायरसवायरस का डर या प्रवाह नहीं था ना किसी को परवाह वही पुलिस भी बेपरवाह बनी खड़ी तमाशा देखती रह गई अब देखना यह है कि गंगा मैया में कितनी ताकत है की खोई हुई बाइक वापस दिलाने में कितने दिन लगाती है दूसरा प्रश्न यह भी उठता है की अंधभक्ति बड़ी है या संविधान बड़ा है अगर संविधान बड़ा है तो इसका मतलब अंधभक्ति छोटी है इसीलिए जिसकी बाइक चोरी हुई वह अंधभक्ति की तरफ ना जाकर संविधान के पास मदद मांगने गया अब विचार करने की बात है की अंधभक्ति किया जाए यह संविधान पर भरोसा किया जाए।
प्रतापगढ़
मानिकपुर से राकेश कुमार धुरिया