मीरगंज बरेली – तहसील प्रभारी ओमकार गंगवार
मीरगंज, बरेली। खमरिया आजमपुर की गौटिया के बाद अब बरसात एवं बेमौसम होने वाली वारिश से कस्बे से होकर तमाम गांवों को जाने वाले मार्ग पर होने वाले जल भराव से परेशान मीरगंज एव तमाम गांवों के ग्रामीणों ने भी विधान सभा चुनाव में मतदान के वहिष्कार का ऐलान करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शन कारियों का कहना है कि जब तक रोड सही नहीं होगा तब तक वह मतदान नहीं करेंगे। बता दें कि मीरगंज के तहसील मुख्यालय से
कस्बा के मोहल्ला ललितपुरी एवं साधन सहकारी समिति के मध्य से गुजरते हुए जाने वाला पीडब्ल्यूडी मार्ग नथपुरा, हल्दी खुर्द, मसीहाबाद, जाम, खमरिया आजमपुर और असदनगर, भैरपुरा, काशीनाथपुर तक जाता है। यह मार्ग कस्बे की मोड़ से तकरीबन 300 मीटर गडढे युक्त होकर जर्जर हालत में है और आये दिन होने वाली वारिश से दो से तीन फिट तक जल भराव से लबरेज हो जाता है। इसी रास्ते से गांवों एवं
कस्बे को लोग पैदल एवं अपने वाहनों से गन्ना लादकर गुजरते हैं। और आये दिन वाहन गडढों में फंसते रहे हैं साथ ही बाइक सवार भी गिर कर चोटिल होते रहे हैं। कस्बा मीरगंज के मोहल्ला ललितपुरी व रतनपुरी, मालीपुरा, शेखूपुरा आदि के तमाम नौनिहाल बच्चे भी प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने हेतु इसी जल भराव से परिषदीय प्राथमिक विद्यालय बनैया स्कूल को जाते हैं। और बच्चे जलभराव से होकर गुजरते समय गिर जाते हैं जिनकी किताबें और ड्रेस पूरी तरह से भीगती रहती हैं। चोटिल होना तो लाजिमी है। तमाम छोटे मासूम तो तालाब नुमा सड़क मार्ग की बनी भयावह स्थिति देखकर घरों को वापस लौट जाते हैं। इस मामले में प्रदर्शन कारियों जग्गू कुर्मी, समर पाल यादव, राजेंद्र प्रसाद गंगवार, महावीर नागर, सलीम, राम प्रकाश शर्मा, आदि तमाम लोगों का कहना है कि समस्या के समाधान हेतु तहसील प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों तक से इस मामले में गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी ने इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। यहां तक कि चुनाव के दौरान जोनल मजिस्ट्रेट, एसडीएम, तहसीलदार, एवं तमाम अफसरान यहां से गुजर रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। और जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। और यही हाल रहा तो वह वोट नहीं डालेंगे। यहां बता दें कि 119 मीरगंज विधान सभा क्षेत्र में पहले हल्दी खुर्द के ग्रामीणों ने सड़क पर जल भराव एवं जर्जर सड़क ठीक कराने की आबाज उठाई उसके बाद खमरिया आजमपुर की दलित वस्ती गौंटिया के ग्रामीणों का रोड नहीं तो वोट नहीं का वहिष्कार अभी भी जारी है।