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प्रतापगढ़: सदा सर्वदा के लिए अदृश्य हो गई स्वरकोकिला लता मंगेश्कर
( निधन से आहत प्रतापगढ़ के साहित्यकारों, संगीतकारों एवं अधिवक्ताओं ने प्रकट की शोक संवेदना) प्रतापगढ़। फिल्म जगत की मशहूर गायिका, विश्व में स्वर की मल्लिका कहलाने वाली भारत रत्न 92 वर्षीया लता मंगेश्कर के मुंबई में निधन होने का समाचार मिलने पर शोक में डूबे प्रतापगढ़ के साहित्यकारों, संगीतकारों व अधिवक्ताओं ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
साहित्यिक संस्था कविकुल के अध्यक्ष परशुराम उपाध्याय सुमन ने कहा है कि लता मंगेशकर ने फिल्म जगत को अपने मधुरिम स्वर से बड़ी ऊंचाइयां प्रदान की है। आज भी रेडियो टेलीविजन, यूट्यूब एवं फेसबुक पर उनके मनोहरी स्वरों का जादू दिखाई व सुनाई पड़ता है।
संस्कार भारती के अध्यक्ष शिशिर खरे ने कहा कि आज संगीत की दुनिया का एक अध्याय समाप्त हो गया। संगीत की दुनिया में वे बेजोड़ प्रतिभा की धनी थीं।
स्वतंत्र कवि मंडल सांगीपुर के अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने अपने को लता मंगेशकर का फैन बताते हुए कहा कि मैं लगभग प्रतिदिन रात्रि के समय उनका प्यारा संगीत अवश्य सुनता हूं। उनकी मधुरिम ध्वनि सदैव कानों में गूंजती रहती है।
शोक संवेदना प्रकट करने वालों में लोकतंत्र रक्षक सेनानी बरिष्ठ साहित्यकार पंडित राम सेवक त्रिपाठी प्रशांत एवं यशभारती पुरस्कार से सम्मानित शास्त्रीय संगीत की मर्मज्ञ शिवानी मातनहेलिया सहित जितेंद्र बहादुर सिंह, श्यामल दादा, प्रतिमा त्रिपाठी,डॉ दयाराम मौर्य रत्न, सुरेश संभव,सत्येंद्र नाथ मिश्र मृदुल, ओमप्रकाश पांडेय गुड्डू,सुनील प्रभाकर, सुखदेव तिवारी,प्रमोद प्रियदर्शी,गुरुबचन सिंह बाघ, डॉ श्यामशंकर शुक्ल श्याम, राज किशोर त्रिपाठी,यज्ञ नारायण सिंह, डॉक्टर केसरी नंदन शुक्ला, डॉक्टर सौरभ पांडेय, अनिल प्रताप त्रिपाठी, चिंतामणि पांडेय, लालता प्रसाद त्रिपाठी लहरी, विवेक उपाध्याय,अवधनारायण शुक्ल वियोगी, दीपक उपाध्याय, डॉ अजित शुक्ल, डा संगमलाल त्रिपाठी भंवर, सुरेश नारायण दूबे ब्योम, डॉ सुधांशु उपाध्याय, अनूप अनुपम, महावीर सिंह, कृष्णनारायण लाल श्रीवास्तव, यज्ञ कुमार पांडेय, डॉ एस पी सिंह, आनंद प्रचण्ड,बाबूलाल सरल,श्यामल दादा, यशकुमार पांडेय, ओम प्रकाश गुप्ता, लोकगायक अमर बेदर्दी, संगीतकार विनयप्रिय त्रिपाठी मधुकर, सिंगर रवि शंकर मिश्र, अमरनाथ गुप्ता बेजोड़, ऐश्वर्य पांडेय मानस, माता शरण उपाध्याय, ओम प्रकाश श्रीवास्तव पंछी, आदर्श उपाध्याय आदी आदि प्रमुख संगीतकार व साहित्यकार हैं।
सभी ने स्वर कोकिला लता जी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रतापगढ़
मानिकपुर से राकेश कुमार धुरिया रिपोर्ट