बरेली से ब्यूरो नागेश गुप्ता की खबर
ऐरन दंपत्ति के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को लगा बड़ा झटका
शहर में लगे ऐरन दम्पत्ति के होर्डिंग्स से ही होता था कांग्रेस के वजूद का एहसास
हाईकमान को बरेली में नए सिरे से संगठन को करना होगा तैयार , वरना कांग्रेस का हो जायेगा बंटाधार
बरेली अपने वजूद को लेकर जद्दोजहद कर रही कांग्रेस का बरेली में वजूद का ही संकट खड़ा हो गया है.बरेली में ऐरन दम्पत्ति के बूते सांसे गिन रही कांग्रेस को ऐरन दम्पत्ति के पार्टी छोड़ने से बड़ा झटका लगा है. बरेली में कांग्रेस मृत शय्या पर ही थी,लेकिन पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और उनकी पत्नी पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन उसको ज़िंदा रखे हुए थे.शहर में ऐरन दम्पत्ति के लगे होर्डिंग्स से ही यहां कांग्रेस के वजूद का एहसास होता था,लेकिन चुनाव के दौरान ऐरन दम्पत्ति ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया.सपा ने सुप्रिया ऐरन को कैंट से टिकट भी दे दिया.कांग्रेस के लिए यह झटका बहुत बड़ा है,और कांग्रेस का ज़िले में मौजूदा संगठन इस झटके को झेल पायेगा,ऐसा दूर-दूर तक नज़र नहीं आ रहा.बरेली कांग्रेस में संगठन के नाम पर जो भी कुछ है,वह महज़ कागज़ी के सिवा कुछ नहीं.ऐसे में कांग्रेस हाईकमान को अगर बरेली में कांग्रेस का वजूद बचाना है,तो संगठन को सिरे से बदलना होगा,वरना यहां कांग्रेस का बंटाधार तो हो ही चुका है