मामला प्रतापगढ़ के नवाबगंज थाना क्षेत्र परियावां पाईक गंज का है आप को बताते चलें पीड़ित के घर जहां एक ओर लड़की की शादी की तैयारी का काम चल रहा है तो वहां घर की साफ-सफाई और पानी निकलने के लिए फर्श की व्यवस्था कराई जा रही थी की उतने में ही पड़ोस में रहने वाले रामबाबू, शिव बाबू, उर्फ गूंगे सुनील उर्फ दुरमुट सुरजीत सचिन उर्फ बराती सूरतगढ़, मेवा लाल सोनकर रामबाबू के दो लड़के एवं कुछ अज्ञात लोगों ने लाठी और डंडों के साथ हमला बोल दिया मजबूरन पीड़ित घरवालों को अपनी जान बचाने के लिए अपने ही घर में कैद होना पड़ा पीड़ित परिवार ने पहले सूचना थाना प्रभारी नवाबगंज को दी फिर सूचना पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ को दी गई पीआरओ प्रतापगढ़ ने जल्द फोर्स भेजने का आश्वासन दिया लेकिन कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हो पाई पुलिस क्षेत्राधिकारी कुंडा को पत्रकारों ने अवगत कराया की हमलावर बहुत उग्र है और जान माल का खतरा यहां बना हुआ है, सभी हमलावर लाठी-डंडों लोहे की राट के साथ उपद्रव मचा रहे हैं सूचना पर पुलिसकर्मियों ने सभी मकान में बंद लोगों के साथ-साथ एक हमलावर को थाने लेकर पहुंची जहां पर हमलावरों में से सिर्फ एक का 151 में चालान किया जबकि पीड़ित पक्ष जो अपनी जान बचाने के लिए घर में कैद थे उनमें से 2 लोगों का 151 में चालान कर दिया। घटने की आशंका पहले से ही नवाबगंज पुलिस को दी जा चुकी थी। थाना नवाबगंज की पुलिस किस तरह से नतमस्तक है ये वीडियो में देखा जा सकता है, इससे पूर्व भी दबंगों द्वारा गाली गलौज धमकी की सूचना थाना प्रभारी नवाबगंज को लिखित सूचना दी गई थी जिस पर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची लेकिन दबंगों का हौसला बुलंद रहा थाना प्रभारी की दबंगई यों के सामने कुछ ना चली पूरी पुलिस बल के सामने भी दबंग धमकियां दे रहे थे लेकिन पुलिस ने सिर्फ अपनी खानापूर्ति निभाई उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जिससे उनका हौसला बुलंद हुआ। पीड़ित पक्ष ने समझदारी का परिचय देते हुए अपने आप को मकान में कैद कर लिया वरना कईयों की जान जा सकती थी आपको बता दें थाना प्रभारी ने जिन लोगों को समझाया था ये वही लोग थे जो उपद्रव फैला रहे थे इस वक्त भी पीड़ित परिवार पर खतरा मंडरा रहा है लेकिन प्रशासन चुप साध कर बैठा है उसे किसी बड़ी घटना का इंतजार है समय पर दबंगों के खिलाफ कार्यवाही ना की गई तो भारी जान माल का खतरा हो सकता है
प्रतापगढ़
मानिकपुर से राकेश कुमार धुरिया की रिपोर्ट