संवाददाता
भैरूसिंह राठोड़
नागौर.प्रेमसिंह भावण्डा जन जन का सहेता बेबस असहाय लोगों की तक़लिफों को अपनी स्वयं की तक़लिफ समझता है एक ऐसा युवा एक ऐसी शख्सियत जो असहाय बेबस परिवारों के लिए निस्वार्थ भाव से समर्पित है जो पिछले पंद्रह वर्षों से अपनी पुश्तैनी जमीन से होने वाली आय भी बेबस असहाय लोगों पर खर्च कर देता है प्रेमसिंह भावण्डा के पुर्वजों का मारवाड़ रियासत में भावण्डा गांव पर शासन था पुर्व जागीरदार घराने में जन्म हुआ प्रेमसिंह भावण्डा का निवास स्थान पर सोलह बीघा भूमि पर गढ़ बना हुआ है जिसे भावण्डा फोर्ट कहते हैं प्रेमसिंह भावण्डा जब मात्र नौ महीने के थे तब उनकी मां गवरी कंवर का साया सर से उठ गया था प्रेमसिंह भावण्डा जब पांच वर्ष के हुए तब उनके पिता भावण्डा गांव के ठाकुर मोतीसिंह का अनंतकाल हो गया था प्रेमसिंह भावण्डा और उनकी दो बहने बालोतरा के पास सिमरखियां पुरोहितान अपने ननिहाल में बढ़े हुए प्रेमसिंह भावण्डा के पुर्वजों ने भी पिढी दर पिढी इस देश की सेवा करते हुए राजा महाराजाओं की सेनाओं में अपना बलिदान दिया देश भक्ति और बेबस असहाय लोगों की मदद करने की सिख बचपन में उनके नाना लाख सिंह एवं नानी भूरी कंवर ने दी थी प्रेमसिंह भावण्डा सड़क पर दुर्घटनाओं में घायल होने वाले बीना जान पहचान के लोगों को अस्पताल पहुंचाकर उनका इलाज भी करवा देते हैं कहीं अनजान लोगों की जान अपना रक्त देकर भी बचाते हैं प्रेमसिंह भावण्डा के पास आज तक जमा पूंजी के नाम पर केवल पुस्तैनी जमीन है प्रेमसिंह भावण्डा वर्तमान में अखिल भारतीय मानव सेवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अखिल भारतीय मानव सेवा मोर्चा से होने वाली आय भी बेबस असहाय लोगों के लिए खर्च कर देते हैं प्रेमसिंह भावण्डा कहते हैं कि हमारे शास्त्रों में वर्णित है कि चौरासी हजार योनियां के बाद मनुष्य का जन्म मिलता है परमार्थ के कार्य करने के लिए प्रेमसिंह भावण्डा कहते हैं कि अपना एवं अपने परिवार का पालन पोषण तों जानवर भी करते हैं जब हम भी अपना एवं अपने परिवार का ही पालन पोषण करेंगे तो हमारे में और जानवरों में क्या अंतर रहेगा प्रेमसिंह भावण्डा ने कोरोना महामारी के समय भी राजस्थान प्रदेश दिल्ली आसाम महाराष्ट्र हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में भी खाने पीने की चीजें एवं खाद्यय सामग्री के किट वितरण किए तथा कहीं बिमार लोगों को अस्पताल लेकर गए
भवदीय
प्रेमसिंह भावण्डा
राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिल भारतीय मानव सेवा मोर्चा