भारतीय गौ रक्षा वाहिनी के उत्तराखंड उत्तर प्रदेश शादाब अली द्वारा कई बार लिखित रूप में शिकायती पत्र देकर बेजुबान जवान जानवरों की देखरेख को लेकर अधिकारियों से लेकर नेताओं का घटिया रवैया सिर्फ और सिर्फ राजनीति गौशालाओ के संचालकों व ऐसे नेताओं जो फर्जी बयान बाजी करने वालों पर क्यों नहीं कसा शिकंजा जिले की कार्रवाई शून्य
उन्नाव जिले में बेजुबान जानवरों के ऊपर जुबानी राजनीतिक
कांजी हाउस में आठ मवेशियों की मौत
उन्नाव। अफसरों की लापरवाही से बेजुबान मर रहे हैं। गोशालाएं (कांजी हाउस और कान्हा गोशाला) मवेशियों के लिए यातनागृह साबित हो रही हैं। गदनखेड़ा में संचालित कांजी हाउस में आठ मवेशियों की मौत हो गई। 15 जानवर मरणासन्न हैं। बारिश से कांजी हाउस की स्थिति ज्यादा खराब हो गई है।
कांजी हाउस में कीचड़ का आलम यह कि पैर रखने के लिए सही जगह नहीं मिली। कांजी हाउस के मुख्य गेट के बाहर भी गोबर के ढेर लगे मिले। चरही पूरी तरह से खाली मिलीं। हनुमंत जीव आश्रय के संचालक अखिलेश अवस्थी ने मामले की जानकारी डीएम को दी। इसके बाद आनन-फानन एडीएम नरेंद्र सिंह व एसडीएम सत्यप्रिय सिंह सदर टीम के साथ मौके पर पहुंचे। नगर पालिका कर्मचारियों को लगाकर साफ-सफाई शुरू कराई। पशु चिकित्सकों को बुलाकर मरणासन्न मवेशियों का इलाज कराया। कांजी हाउस के अंदर की हालत खराब होने से अधिकारी भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। एडीएम तो गेट के बाहर से ही लौट गए।
कांजी हाउस में कई गोवंश अचेत अवस्था में पड़े मिले। इलाज कराया जा रहा है। पिछले दो दिनों में हुई बारिश से यहां जलभराव की स्थिति बन गई। व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं।
-सत्यप्रिय सिंह, एसडीएम सदर