बरेली : कैंट विधानसभा सीट से राजेश अग्रवाल को मिल सकता है झटका,पार्टी नए चेहरे को उतारने के मूड में

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कैंट से संजीव अग्रवाल होंगे बीजेपी के प्रत्याशी

बरेली : से नागेश गुप्ता की खबर बरेली कैंट विधानसभा सीट से इस बार भाजपा नए चेहरे को मैदान में लाएगी.सूत्रों की मानें तो कैंट से बीजेपी ने संजीव अग्रवाल का नाम फिलहाल तो फाइनल कर दिया है.संजीव अग्रवाल आरएसएस से जुड़े हैं,और सक्रिय राजनीति में पहली बार कदम रखेंगे.संजीव अग्रवाल को टिकट देने की खबर कैंट से मौजूद विधायक और पूर्व मंत्री राजेश अग्रवाल को धक्का पहुंचाने वाली है.राजेश अग्रवाल अपने बेटे मनीष के लिए टिकट मांग रहे हैं योगी सरकार बनने पर बरेली कैंट के विधायक राजेश अग्रवाल को वित्त मंत्री बनाया गया था. सरकार में उनका काफी दबदबा रहा,लेकिन एक रोज़ अचानक उनसे इस्तीफा ले लिया गया.हालाँकि काबीना मंत्री के पद से इस्तीफे की वजह उनकी उम्र का फैक्टर होने की बात चली,लेकिन उनको मंत्रिमंडल से हटाने के पीछे बीजेपी की गुटबाज़ी को लेकर चर्चाएं तेज़ी से चलीं.लोकसभा चुनाव में विधायक राजेश अग्रवाल के बूथ से भाजपा प्रत्याशी संतोष गंगवार को मिले वोटों का मुद्दा गर्म होने के तुरंत बाद राजेश अग्रवाल का इस्तीफा होना गुटबाज़ी की चर्चाओं को और हवा देने का कारण बना.बीजेपी में राजेश-संतोष को लेकर हमेशा दो खेमों के चलने की बातें होती रही हैं,और तमाम मौक़ों पर यह दूरियां दिखती भी रही हैं.विधायक राजेश अग्रवाल को अभी कुछ समय पहले बीजेपी का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया गया.इसके साथ ही पार्टी में फिर उनको अहमियत मिलने की बातें चल निकलीं.उधर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार की मंत्रिमंडल से छुट्टी के बाद पार्टी में उनका कद छांटने की चर्चाएं भी हवा में घूमने लगीं.थोड़ा वक़्त गुज़रने के बाद यह बात भी आवाम में घूमने लगी कि पार्टी हाईकमान ने राजेश अग्रवाल और सन्तोष गंगवार,दोनों के पर कतर दिए हैं.
कैंट के विधायक राजेश अग्रवाल को इस बार टिकट नहीं मिलेगा,यह बात भी पक्की हो गई है,तो राजेश अपने बेटे मनीष को टिकट दिलाने के प्रयास में लग गए.मेयर उमेश गौतम समेत कुछ और नेता भी कैंट से विधायक का टिकट पाने को गोटियां बिछा रहे थे.सूत्र बताते हैं कि पार्टी हाईकमान ने पहले तो यह तय किया कर लिया है कि कैंट सीट से वैश्य और शहर से कायस्थ बिरादरी के ही व्यक्ति को चुनाव लड़ाएंगे.
सूत्र बताते हैं कि टिकट को लेकर चल रही कशमकश में फिलहाल तक संजीव अग्रवाल के नाम पर मोहर लगी है.
संजीव अग्रवाल फरीदपुर के रहने वाले हैं.उनका बड़ा कारोबार है.वह संघ से काफी समय से जुड़े हुए हैं.पिछले कुछ समय से वह समाजसेवा के ज़रिए क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लगे हैं.सूत्र बताते हैं कि पार्टी राजेश अग्रवाल के बेटे को टिकट न देने का जोखिम उठाएगी,लेकिन वह डैमेज कंट्रोल के लिए वैश्य बिरादरी के ही व्यक्ति को आगे लाएगी.संजीव अग्रवाल के फ्लेक्स भी क्षेत्र में लगने लगे हैं.
यूँ तो चुनाव में अभी दिन हैं,और सभी पार्टियों में आखिरी समय तक टिकट मिलने और कटने का सिलसिला चलता रहता है.बीजेपी ने भी अभी आधिकारिक तौर पर कोई टिकट फाइनल नहीं किया है,लेकिन सूत्रों का दावा कैंट में संजीव अग्रवाल के नाम पर सहमति बनने का है.देखना है कि संजीव के नाम पर फाइनल मोहर लगती है या पार्टी किसी और पर दांव लगा देती है.

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